भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव गंगा डॉल्फिन (Ganga Dolphin) है। इसका वैज्ञानिक नाम पलेटेनिस्टा गैंगगेटिका (Platanista Gangetica) है। यह मीठे पानी में रहने वाला एक स्तनपाई मछली जैसा जीव है।
डॉल्फिन बच्चो को जन्म देती है। दो से तीन वर्ष में एक ही बार में एक बच्चे को जन्म देती है। इसके बच्चे 70 सेमी० लंबे और 7.5 किग्रा० के होते है। डॉल्फिन अपने बच्चों को दूध पिलाती है। यह नेत्रहीन होता है किन्तु इसकी सूंघने की शक्ति अत्यंत उच्चकोटि की है। गंगा डॉल्फिन को ‘गंगा टाइगर’ के रूप में चिह्नित किया गया है।
यह स्वस्थ जलीय पर्यावरण का सूचक माना जाता है गांगेय डॉल्फिन नदी पारिस्थितिकी तंग में वह भूमिका निभाती है जो कि बाघ एक जंगल में। इसका वास अधिकांशतः भारत की पवित्र गंगा नदी में उत्तर प्रदेश में नरोरा एवं बिहार में पटना साहिब तक का सीमित क्षेत्र है ।उ० प्र० एवं बिहार की स्थानीय भाषा में इसे सूंस के नाम से भी जाना जाता है।
भारतीय सरकार ने 5 अक्टूबर, 2009 को इसे भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया था।
तब से गंगा में डॉल्फिन की गिनती की जाती है।
‘मेरी गंगा, मेरी सूंस’ अभियान के द्वारा वर्ल्ड वाइड फंड टीम गंगा में गिनती करती है। बिजनौर से नरोरा तक गंगा के लगभग 225 किमी० धारा में डॉल्फिन की गिनती की जाती है गंगा में 2016 में 30 डॉल्फिन मिली।
2017 में इनकी संख्या बढ़कर 32 और 2018 में बढ़कर 33 हो गई। गंगा को प्रदूषण मुक्त करने से ही इसकी संख्या में भी वृद्धि हो सकेगी।
प्रमुख रोचक तथ्य —
1. वर्तमान में पृथ्वी पर डॉल्फिन की 41 जीवित प्रजातियाँ है। इनमें से 37 समुद्रों में और 4 नदियों में पाई जाती है।
2. जंतुओं में सबसे लंबी याद्दाश्त डॉल्फिन की ही होती है।
3. डॉल्फिन की उम्र 15 वर्ष होती है। कुछ प्रजातियाँ 50 वर्ष तक भी जिंदा रहती है।
4. यह मनुष्य से 10 गुना अधिक सुन सकती है।
5. सबसे छोटी डॉल्फिन 4 फिट की और सबसे लंबी डॉल्फिन 32 फिट की होती है।
6. इसके दाँत होते हैं, लेकिन ये भोजन को चबाती नहीं, बल्कि सीधे निगल जाती है।
7. सबसे छोटी डॉल्फिन 40 किग्रा० की और सबसे बड़ी डॉल्फिन 9,000 किग्रा० की है।
8. यह एक आँख खोलकर सोती है।
9. यह 36 किमी०/घंटा की गति से भी तैर सकती है।
10. नर डॉल्फिन को bulls और मादा डॉल्फिन को cows कहा जाता है।
11. यह पानी में 990 फीट की गहराई तक जा सकती है और पानी से 20 फीट ऊपर तक उछल सकती है।