अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर फीफा विश्व कप खिताब की विजेता टीम के कप्तान रहे डिएगो माराडोना का 25 नवंबर 2020 को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 60 वर्षीय माराडोना लंबे समय से बीमार थे। उनका जन्म 30 अक्टूबर, 1960 को ब्यूनर्स आयर्स में हुआ था।
1986 में खिताब दिलाया: इतिहास के सबसे महान फुटबॉलरों में शुमार माराडोना ने 1986 में अर्जेंटीना को अपनी कप्तानी में फीफा विश्व कप जिताया था। यह अंतिम बार था जब अर्जेंटीना विश्व चैंपियन बना था। इस विश्व कप में माराडोना ने कुल पांच गोल दागकर वे प्लेयर ऑफ टूर्नामेंट बने थे। उन्हें ‘गोल्डन बॉल’ से नवाजा गया था।
माराडोना की लंबाई 5.5 फीट थी पर शानदार खेल से उन्हें ‘द गोल्डन बॉय’ के नाम से जाना जाता था ।उनकी पॉसिंग, कंट्रोल और ड्रिब्रिंग कमाल की थी। फीफा ने उन्हें महान पेले संग 20वीं सदी के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर के सम्मान से नवाजा था।
हैंड ऑफ गॉड : अर्जेंटीना ने 1986 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड को 2-1 से हराया था और दोनों ही गोल माराडोना ने दागे थे। उनका पहला गोल आजतक विवादास्पद है और इसे ‘हैंड ऑफ गॉड’ का नाम दिया गया है।वास्तव में, पहला गोल माराडोना के हाथ से लगकर हुआ था। लेकिन मैच रेफरी को इसकी भनक नहीं लगी और इसे गोल दे दिया गया। इसे 2002 में फीफा डॉट कॉम ने वोटिंग के आधार पर सदी का सर्वश्रेष्ठ गोल करार दिया।