देश की सीमा पर सुरक्षा की बात हो या घरेलू मोर्चे पर शांति स्थापना करने की, भारतीय सेनाएँ हमेशा से ही अपने अदम्य साहस का परिचय देती आई है | आधुनिक और शक्तिशाली हथियारों से लैस भारतीय सेनाएँ आज विश्व के किसी भी देश से लोहा लेने में सक्षम है | देश की सुरक्षा और शांति बनाए रखने में तीनो सैन्य दल ( थल सेना, वायु सेना और नौ सेना ) अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं |
प्राकृतिक आपदाओं के समय प्रभावित लोगों को मदद प्रदान करने से लेकर दुसरे देशों को मानवीय सहायता या फिर संयुक्त राष्ट्र के रक्षक दल में भी भारतीय सेनाएँ अपने साहस और तत्परता का परिचय देती है |
भारत लगातार आधुनिकीकरण पर बल देने के साथ साथ रक्षा क्षेत्र में आत्म निर्भर बनने पर भी ध्यान दे रहा है | इसी को ध्यान में रखते हुए भारत मेक इन इंडिया और आत्म निर्भर भारत अभियान के अंतर्गत स्वयं भी रक्षा उपकरणों का निर्माण कर रहा है | यही नहीं हाल ही में राफेल लडाकू विमानों के शामिल होने के बाद भारतीय सैन्य क्षमता में इजाफा हुआ है | वहीँ तीनो सेनाओ में बेहतर ताल मेल के लिया विगत वर्ष चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ( CDS) पद के सृजन से रक्षा क्षेत्र को रणनीतिक रूप से बल मिला है |
हमारे सेनाएँ : संक्षिप्त परिचय
1. थल सेना
भारतीय थल सेना भारतीय सश्त्र बल का सबसे बड़ा अंग है | विपरीत परिस्थितियों में देश की सीमाओं पर तैनात भारतीय सेना विश्व की सबसे बहुमुखी सेनाओ में से एक है | इसका प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता सुनिश्चित करना, देश को बाहरी आक्रमण और आंतरिक खतरों से बचाना और शांति बनाए रखना है | वर्तमान समय में भारतीय सेना के पास 4292 टेंक , 8686 आर्म्ड वाहन 235 स्वचालित तोपें और 266 राकेट प्रोजेक्टर हैं |
2. वायु सेना
भारतीय वायु सेना , हवाई क्षेत्र में देश की सुरक्षा और सश्त्र बालों की अन्य शाखाओं के साथ संयोजन के रूप में काम करती है | वायु सेना आजादी के बाद से ही संकट के समय में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती आई है | हल ही में राफेल जैसे शक्तिशाली विमान के शामिल होने के बाद वायुसेना को नई ताकत मिली है | राफेल के अलावा वायु सेना के पास ए एल एच- एम् के ४, एम् आई 17, वी इस हेलीकाप्टर , एस यू – 30 , एम् के आई , तेजस , हरकुलिस सी 130 जे, मिराज –2000 जगुआर , मिग 29 आयर 27 जैसे शक्तिशाली हेलीकाप्टर और लडाकु विमान है|
3. नौ सेना
भारत सामरिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपुर्ण देश है | भारत की समुद्रीय सीमा हिन्द महासागर , अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से घिरी हुई है | ऐसे में देश की तटीय सुरक्षा में नौ सेना सशक्त भूमिका निभाती है | वर्तमान में भारतीय नौ सेना के पास 285 आधुनिक और शक्तिशाली बेड़े है | इनमे सामरिक पन्दुब्बियाँ परमाणु उर्जा से चलने वाली पन्दुब्बियाँ पारम्परिक रूप से संचालित पनडुब्बी विमानवाहक पोट और उभयचर युद्धक जहाज आदि शामिल है |
विश्व के शीर्ष पांच देशो में शामिल
इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्टडीज (IISS) के आकड़ो के अनुसार 2019 में संयुक्त राज्य अमेरिका चीन सऊदी अरब रूस और भारत ही विश्व में अपने रक्षा क्षेत्र में सबसे अधिक खर्च करने वाले देश थे | वित्त वर्ष 2020-21 के केन्द्रीय बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए 4.71 लाख करोड़ रूपये आवंटित किए गए हैं |
आत्मनिर्भरता पर जोर
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बदहवा देने के लिए सुधारों के रूप में रक्षा उत्पादन में एफ डी आई सीमा को 49 प्रतिशत से बढ़ा कर 74 प्रतिशत किया गया है | हल में ही रक्षा मंत्रालय ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत भारतीय वायु सेना के लिए स्वदेशी निर्मित बेसिक प्रशिक्षक विमान सहित 8722 करोड़ रूपये के सैन्य उपकरणों की खरीदारी को अपनी मंजूरी दी है
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